Lawrence Bishnoi Salman Khan

Lawrence Bishnoi Salman Khan

 

 

Lawrence Bishnoi Salman Khan
                            Lawrence Bishnoi Salman Khan

 

आज के इस ब्लॉग में, हम एक दिग्गज अभिनेता सलमान खान और विवादित व्यक्तित्व लॉरेंस बिश्नोई के बीच जुड़े रिश्ते के बारे में विस्तृत चर्चा करेंगे। यह रिश्ता मीडिया और सामाजिक मंचों पर काफी विवादित रहा है और कई लोगों के दिलों में इसके बारे में सवाल खड़े कर दिए हैं।

सलमान खान, भारतीय फिल्म उद्योग के एक अग्रणी अभिनेता हैं। उन्होंने अपनी अभिनय क्षमता, चारित्रिक व्यक्तित्व और महानयक के रूप में अपार मान्यता हासिल की है। सलमान खान के फैंस उन्हें “भारतीय सिनेमा के भैया” के नाम से पुकारते हैं। उनके चारित्रिक प्रतिबिंब और सटीक भूमिका निभाने की क्षमता के कारण उन्हें सिनेमा इंडस्ट्री का एक विश्वसनीय चेहरा माना जाता है।

वहीं, लॉरेंस बिश्नोई भी एक अन्य विवादित व्यक्तित्व हैं। उन्हें भारत में एक खुले धर्मी गैंगस्टर के रूप में जाना जाता है। उन्हें अनेक गंभीर अपराधों में फंसा देखा गया है, जिसमें उनके नाम पर अनेक मुकदमे दर्ज किए गए हैं। लॉरेंस बिश्नोई का नाम भारतीय गैंगस्टर्स की सूची में होने के कारण वे एक विवादित व्यक्तित्व हैं।

इसके बावजूद, सलमान खान और लॉरेंस बिश्नोई के बीच एक घटना ने मीडिया के ध्यान को खींच लिया था। दिसंबर 2017 में, सलमान खान के एक फिल्म की शूटिंग के दौरान लॉरेंस बिश्नोई ने उन्हें धमकियाँ दी थीं कि अगर उन्होंने विशेष प्रकार से अभिनय नहीं किया तो उन्हें गोली मार दी जाएगी। इसके बाद से, दोनों के बीच तनाव रहा है।

मीडिया ने इस घटना को कई विचारधाराओं से देखा है। कुछ लोग इसे बस एक फिल्म से उत्पन्न हुई समस्या मानते हैं, जबकि कुछ लोग इसे भारतीय फिल्म उद्योग की भूमिका के प्रति चिंता का विषय मानते हैं।

लॉरेंस बिश्नोईस केस: 

लॉरेंस बिश्नोईस केस: 
लॉरेंस बिश्नोईस केस:

 

 

परंपरा और प्रेम की लड़ाई

लॉरेंस बिश्नोईस, राजस्थान के एक प्रसिद्ध प्राकृतिक संरक्षण क़ानूनकर्मी थे, जिन्होंने जीव-जंतुओं, पेड़-पौधों और वन्यजीवन की सुरक्षा के लिए लड़ाई लड़ी। उनके बड़े-बुज़ुर्ग नायकत्व और निष्ठा ने उन्हें पूरे देश में माना गया था। लेकिन, एक अपराधिक मामले में उन्हें फंसना पड़ा और इससे पूरे भारत में सनसनी मच गई।

लॉरेंस बिश्नोईस का नाम भारतीय इतिहास में अद्भुत वीरता और प्रेम के प्रतीक के रूप में लिया जाता था। उनके जन्म स्थान जोधपुर जिले के एक छोटे से गाँव में था जो बिश्नोई समुदाय के नाम पर रखा गया था। बिश्नोई समुदाय वन्यजीवन को संरक्षित रखने के लिए जाना जाता है और वे इसे अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं। इस समुदाय की मुख्य धार्मिक ग्रंथ श्री जम्बेश्वर जी को भी उन्होंने विशेष मानते थे और इसके अनुसार जीवन जीने के नियमों का पालन करते थे।

लॉरेंस को बचपन से ही वन्यजीवन की सुरक्षा के प्रति आकर्षण था। उनके परिवार में इस दिशा में उन्हें पूरा समर्थन मिला और उन्होंने वन्यजीवन की संरक्षा के लिए निरंतर प्रयास किये। उन्होंने कई जानवरों की जान बचाई और कई वन्य प्राणियों को बचाने के लिए अपनी जान की परवाह नहीं की।

लॉरेंस बिश्नोईस की जीवनी में एक महत्वपूर्ण घटना उनके लिए वन्यजीवन की संरक्षा के प्रति उनकी निष्ठा को दिखाती है। एक बार उन्हें जानवरों की बचाई करने के लिए एक गांव के किसानों ने शिकार करने की कोशिश की थी। इसमें एक शेर शामिल था जिसको शिकार करने के लिए लोगों ने उन्हें भी बुलाया था। लेकिन लॉरेंस ने शेर को बचा लिया और उसे खतरे से बाहर ले जाकर उसका इलाज किया। इस घटना के बाद उनकी प्रशंसा उन्हें पूरे देश में मिली और वन्यजीवन की संरक्षा में उन्हें एक नई पहचान मिली।

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