pasoori lyrics meaning in hindi

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pasoori lyrics meaning – पसूरी गाने के बोल

 हिंदी में अर्थ और महत्व

पसूरी गाने को सुनते ही हमारे मन में रसों का संगम होता है। इस गाने में संगीत और शब्दों का एक ऐसा जादू है, जो हमें हमारी पारंपरिकता के साथ जोड़ता है। इस लेख में, हम पसूरी गाने के बोलों के अर्थ और महत्व को समझेंगे।

पसूरी गाने के बोल:

  • पसूरी बनाये जगती नृत्य, बांसुरी की मधुर ध्वनि। भाव विभोर हो जाते सब, संगीत की इस लीला के वश में॥

गाने के पहले चरण में, ‘पसूरी’ शब्द से हम संबोधित किए जाते हैं। पसूरी, भारतीय संस्कृति में प्राचीन काल से उपयोग किए जाने वाले एक प्रकार का वाद्ययंत्र है। इसकी मधुर ध्वनि सभी को मोह लेती है। इसके अलावा, ‘बांसुरी’ की मधुर ध्वनि के प्रति सभी का एक खास प्रेम है। यह दोनों वाद्ययंत्र लोगों को भावविभोर करके उन्हें संगीत की इस लीला के वश में ला देते हैं। संगीत का यह जादू हमें एक साथ आने वाले लोगों के बीच एकजुट होने की भावना को प्रकट करता है।

  • रंगीन छटा छटी ओढ़ कर, झूम उठते सभी नाच में। सज धज कर धुन में खो जाते, रस रंजन से आत्मा भर जाती॥

दूसरे चरण में, गाने के बोल सजगर होते हैं। ‘रंगीन छटा छटी ओढ़ कर’ वाक्य में, हम सोने चांदी की छटा पहनते व्यक्तियों के समृद्ध संस्कृति को दर्शाया जाता है। इस भाग में, लोग संगीत की ध्वनि पर झूमने लगते हैं और धुन में खो जाते हैं। इसके परिणामस्वरूप, वे रस रंजन से भर जाते हैं और अपनी आत्मा को तृप्त करते हैं।

समाप्ति:

पसूरी गाने के इन बोलों में दिखाई देता है कि संगीत और पारंपरिकता का महत्व हमारे जीवन में कितना गहरा है। यह गीत हमें हमारे सांस्कृतिक धरोहर के प्रति सम्मान और आदर्शों को समझाता है। इसके माध्यम से हम अपने राष्ट्रीय और सांस्कृतिक समृद्धि को समझते हैं और इसे अपने जीवन में अपनाने का संकल्प करते हैं।

संक्षेप में कहें तो, पसूरी गाने के बोल हमें संगीत और संस्कृति के महत्व को समझाते हैं, और इस रूपांतरण के माध्यम से हम अपनी पारंपरिकता के प्रति अधिक संवेदनशील बनते हैं। इस प्रकार, हम अपने राष्ट्रीय धरोहर को समर्थन देकर अपने समृद्ध संस्कृति के प्रति अपनी प्रेम भावना को प्रगाढ़ बनाते हैं।

 

  • गाओ गाओ मिलकर सब, ध्वनि सुनो गूंज उठी। यही है भारत की पहचान, संस्कृति का यही अभिमान॥

अर्थ: तीसरे छंद में, सभी एक साथ आकर गाते हैं, उनकी ध्वनि गूंज उठती है। यह संगीत और नृत्य की पहचान है, जो भारत की समृद्ध संस्कृति का अभिमान है। इसके माध्यम से लोग अपने संस्कृतिक मूल्यों को समझते हैं और उन्हें अगली पीढ़ियों को समर्पित करते हैं।

निष्कर्ष:

“पसूरी” गीत एक अद्भुत संगीत रचना है जो पारंपरिक संस्कृति और धरोहर के महत्व को साझा करता है। इस गीत के शब्द और संगीत के माध्यम से लोग अपने रिश्ते और भारतीय विरासत के प्रति अभिमान को प्रदर्शित करते हैं। यह एक अनुभव है जो संस्कृति और विरासत के प्रति उत्साही जीवनशैली को संबोधित करता है और लोगों को एक साथ लाता है। पसूरी गीत के शब्दों में संस्कृति और परंपरा की महत्वपूर्ण संदेश है, जो हमें हमारे धरोहर की रक्षा करने और समृद्ध संस्कृति के साथ जुड़े रहने की प्रेरणा देता है।

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